2018 के बाद से नहीं आई भर्ती की विज्ञप्ति, छात्रों में आक्रोश
प्रयागराज: प्रदेश के बीटीसी और डीएलएड प्रशिक्षुओं के बीच शिक्षक भर्ती को लेकर गहरी नाराजगी देखने को मिल रही है। छात्रों का आरोप है कि राज्य सरकार प्राथमिक स्कूलों में रिक्त पदों के बावजूद लंबे समय से कोई नई शिक्षक भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं कर रही है। इस मुद्दे को गंभीर मानते हुए प्रशिक्षुओं का एक प्रतिनिधिमंडल हाल ही में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से मिला और उन्हें पूरे मामले से अवगत कराया।
1.26 लाख पद खाली, फिर भी नहीं निकला कोई विज्ञापन
बीटीसी/डीएलएड छात्र संगठन के प्रदेश अध्यक्ष राहुल यादव का कहना है कि 2018 के बाद से अब तक किसी भी नई शिक्षक भर्ती के लिए विज्ञापन जारी नहीं किया गया है, जबकि विधानसभा में प्रस्तुत आंकड़ों के अनुसार प्रदेश के सरकारी विद्यालयों में लगभग 1.26 लाख शिक्षक पद रिक्त पड़े हैं। इसके बावजूद सरकार की ओर से स्कूलों का विलय कर रिक्तियों को नजरअंदाज किया जा रहा है।
सरकार को दिया अल्टीमेटम, एक सप्ताह में निर्णय न हुआ तो विरोध
छात्रों ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने एक सप्ताह के भीतर इन पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं की या विद्यालय विलय के फैसले को वापस नहीं लिया, तो वे एक व्यापक राज्य स्तरीय जन आंदोलन की शुरुआत करेंगे। यह आंदोलन न केवल भर्ती की मांग को लेकर होगा बल्कि शिक्षा व्यवस्था को बेहतर करने की दिशा में भी दबाव बनाएगा।
अखिलेश यादव ने लिया संज्ञान, सौंपा गया ज्ञापन
अखिलेश यादव को दिए गए ज्ञापन में यह स्पष्ट किया गया कि प्रशिक्षु वर्षों से नियुक्ति का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि इस मुद्दे को विधानसभा में भी प्रमुखता से उठाया जाएगा। प्रतिनिधिमंडल में अशोक दुबे, जाविर, सुनील यादव, लवकुश मोर्य, रोहित तिवारी, महेंद्र पाल और संदीप सहित कई छात्र नेता शामिल थे।
निष्कर्ष: सरकार की जवाबदेही और युवाओं की उम्मीद
यह स्पष्ट है कि शिक्षक भर्ती में देरी केवल प्रशासनिक सुस्ती नहीं, बल्कि हजारों प्रशिक्षुओं के भविष्य से जुड़ा सवाल है। अगर सरकार वाकई में शिक्षा के स्तर को सुधारना चाहती है, तो उसे प्राथमिक विद्यालयों में रिक्त पदों को शीघ्र भरना होगा।
जो अभ्यर्थी इन भर्तियों की प्रतीक्षा कर रहे हैं, उन्हें सलाह दी जाती है कि वे नियमित रूप से http://upbasiceduboard.gov.in जैसी आधिकारिक वेबसाइट पर विज़िट करते रहें ताकि कोई भी अपडेट या अधिसूचना छूट न जाए।