UPTET 23 फरवरी 2014 Sanskrit Quiz Paper 1 Previous Year Questions Part 5

UPTET यानी उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा शिक्षकों के लिए एक महत्वपूर्ण परीक्षा है। विशेष रूप से संस्कृत विषय में तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों के लिए पिछले वर्षों के प्रश्नों का अभ्यास बेहद जरूरी है। इस क्विज भाग 5 में हम 23 फरवरी, 2014 के पूर्व वर्ष संस्कृत प्रश्नों का विश्लेषण करेंगे और उनकी समझ को बढ़ाने के लिए सरल व्याख्या प्रस्तुत करेंगे।

संस्कृत क्विज में सवाल केवल शब्दार्थ या व्याकरण तक सीमित नहीं होते। इसमें विद्यार्थी की विषयगत समझ, धातु और लकार की पहचान, सन्धि और समास ज्ञान की परीक्षा भी ली जाती है। इसे हल करते समय सही उत्तर चुनने के लिए प्रश्नों की सटीक व्याख्या करना आवश्यक है।

UPTET 23 फरवरी 2014 Sanskrit Quiz Paper 1 Previous Year Questions Part 5

संस्कृत में नैदानिक परीक्षण की भूमिका

शिक्षण में नैदानिक परीक्षण का उद्देश्य केवल छात्रों की याददाश्त को जांचना नहीं है। यह छात्रों की विषयगत कमजोरियों और समझ की गहराई का पता लगाने का सबसे प्रभावी तरीका है। उदाहरण के लिए, अगर किसी छात्र को धातु और लकार में अंतर समझने में कठिनाई हो रही है, तो नैदानिक परीक्षण से यह तुरंत पता लगाया जा सकता है।

पूर्व वर्ष प्रश्न क्विज

नीचे 23 फरवरी, 2014 के UPTET संस्कृत क्विज भाग 5 के प्रश्न दिए गए हैं। प्रत्येक प्रश्न के विकल्पों में सही उत्तर हाइलाइट किया गया है।

Question 1: शिक्षण में नैदानिक परीक्षण की आवश्यकता होती है — UPTET (23 फरवरी, 2014)
A) छात्र की पारिवारिक आय की जाँच करने के लिए
B) स्वास्थ्य परीक्षण के लिए
C) छात्र की विषयगत कमजोरियों को जानने के लिए
D) छात्रों में प्रतिस्पर्द्धा की भावना का विकास करने के लिए
Question 2: कक्षा-शिक्षण में सबसे आवश्यक शिक्षणसामग्री कौन सी है? — UPTET (23 फरवरी, 2014)
A) रेडियो
B) चार्ट
C) श्यामपट
D) ग्रामोफोन
Question 3: लेखन शिक्षण में प्रतिलेख का तात्पर्य है — UPTET (23 फरवरी, 2014)
A) पुस्तक से कुछ अंश को देखकर लिखना।
B) अध्यापक बोलता है, छात्र लिखता है।
C) एक छात्र बोलता है, अन्य छात्र लिखते हैं।
D) स्मरण के आधार पर लिखना।
Question 4: छन्दोबद्धता होती है — UPTET (23 फरवरी, 2014)
A) गद्य पाठों में
B) नाटक पाठों में
C) पद्य पाठों में
D) कहानी पाठों में
Question 5: निम्नलिखित में से कौन अशुद्धवाचन का कारण नहीं है? — UPTET (23 फरवरी, 2014)
A) वर्णों की ध्वनियों का ज्ञान न होना
B) प्रयत्न-लाघव
C) उच्चारणसम्बन्धी अभ्यास की कमी
D) सस्वरवाचन
Question 6: 'क' वर्ण का उच्चारणस्थान है — UPTET (23 फरवरी, 2014)
A) मूर्धा
B) तालु
C) कण्ठ
D) ओष्ठ
Question 7: इक्ष्वाकुवंशी राजाओं का निरूपण प्राप्त होता है — UPTET (23 फरवरी, 2014)
A) दशकुमारचरितम् में
B) रघुवंशम् में
C) मेघदूतम् में
D) कादम्बरी में
Question 8: 'अष्टाध्यायी' ग्रन्थ सम्बन्धित है — UPTET (23 फरवरी, 2014)
A) व्याकरण से
B) नाट्य-शास्त्र से
C) अलङ्कार से
D) काव्य-शास्त्र से
Question 9: महर्षि पाणिनि ने संस्कृत वर्णमाला को विभाजित किया है — UPTET (23 फरवरी, 2014)
A) 12 खण्डों में
B) 14 खण्डों में
C) 16 खण्डों में
D) 18 खण्डों में
Question 10: 'त वर्ग' का उच्चारणस्थान है — UPTET (23 फरवरी, 2014)
A) कण्ठ
B) तालु
C) दन्त
D) मूर्धा
Question 11: 'गम्' धातु को लोट्लकार प्रथमपुरुष, एकवचन में क्या रूप होता है? — UPTET (23 फरवरी, 2014)
A) गच्छतु
B) गच्छेत्
C) गमिष्यति
D) अगच्छत्
Question 12: 'पित्रा' पितृ शब्द के किस विभक्ति एवं वचन का रूप है? — UPTET (23 फरवरी, 2014)
A) द्वितीया एकवचन
B) चतुर्थी बहुवचन
C) तृतीया एकवचन
D) तृतीया द्विवचन
Question 13: 'अष्टाविंशतिः' शब्द का अर्थ होता है — UPTET (23 फरवरी, 2014)
A) अट्ठारह
B) अट्ठाइस
C) अड़तीस
D) अड़तालिस
Question 14: 'पावकः' शब्द का सन्धि विच्छेद होता है — UPTET (23 फरवरी, 2014)
A) प + आवकः
B) पा + आवकः
C) पौ + अकः
D) पो + अकः
Question 15: 'जगदीशः' में किस सूत्र से सन्धि हुई है? — UPTET (23 फरवरी, 2014)
A) तोर्लि
B) मोऽनुस्वारः
C) खरि च
D) झलां जशोऽन्ते
Question 16: 'राम' शब्द के तृतीया एकवचन का रूप होता है — UPTET (23 फरवरी, 2014)
A) रामैः
B) रामेण
C) रामम्
D) रामेषु
Question 17: 'पठामः' पठ् धातु का रूप होता है — UPTET (23 फरवरी, 2014)
A) लट्लकार, उत्तमपुरुष बहुवचन में
B) लोट्लकार, उत्तमपुरुष बहुवचन में
C) ललकार, उत्तमपुरुष बहुवचन में
D) विधि लिलकार, उत्तमपुरुष बहुवचन में
Question 18: 'दा' धातु में क्त्त्वा प्रत्यय का योग करने पर होता है — UPTET (23 फरवरी, 2014)
A) दात्वा
B) दयित्वा
C) दत्वा
D) दायित्वा
Question 19: "सः पादेन खञ्जः अस्ति।" वाक्य में 'पादेन' पद में तृतीया विभक्ति का विधायक सूत्र है — UPTET (23 फरवरी, 2014)
A) रुच्यर्थानां प्रीयमाणः
B) येनाङ्गविकारः
C) अधिशीस्थासां कर्म
D) अकथितं च
Question 20: संस्कृत के प्रत्येक लकार के पुरुष होते हैं — UPTET (23 फरवरी, 2014)
A) दो
B) तीन
C) चार
D) पाँच
Question 21: संस्कृत में भविष्यकाल के लिए प्रयोग किया जाता है — UPTET (23 फरवरी, 2014)
A) लट्लकार
B) लोट्लकार
C) लृट्लकार
D) ललकार
Question 22: निम्नलिखित में से कौन-सा उपकरण श्रव्य-दृश्य दोनों हैं? — UPTET (23 फरवरी, 2014)
A) टेपरिकॉर्डर
B) चार्ट
C) टेलीविजन
D) ग्रामोफोन
Question 23: 'तेन' में विभक्ति है — UPTET (23 फरवरी, 2014)
A) प्रथमा
B) द्वितीया
C) तृतीया
D) चतुर्थी
Question 24: 'आगत्य' में प्रत्यय है — UPTET (23 फरवरी, 2014)
A) क्त्वा
B) क्त
C) ल्यप्
D) शतृ
Question 25: 'बिभ्यति' शब्द में मूल धातु एवं लकार है — UPTET (23 फरवरी, 2014)
A) भी धातु, लट्लकार
B) भी धातु, लृट्लकार
C) विभ् धातु, लट्लकार
D) विभ्य धातु, लट्लकार
Question 26: भारतीय भाषाओं की जननी है — UPTET (23 फरवरी, 2014)
A) हिन्दी
B) संस्कृत
C) द्रविड़
D) पंजाबी
Question 27: सबसे प्राचीन वेद है — UPTET (23 फरवरी, 2014)
A) ऋग्वेद
B) यजुर्वेद
C) सामवेद
D) अथर्ववेद
Question 28: 'शतृ' प्रत्यययुक्त पद है — UPTET (23 फरवरी, 2014)
A) कथितः
B) कर्तुम्
C) पठन्
D) पठित्वा
Question 29: 'समुद्र' शब्द का पर्यायवाची शब्द होता है — UPTET (23 फरवरी, 2014)
A) निशिचरः
B) दिनकरः
C) रत्नाकरः
D) सुधाकरः
Question 30: 'भूतबलिः' पद में कौन सा समास है? — UPTET (23 फरवरी, 2014)
A) अव्ययीभाव समास
B) तत्पुरुष समास
C) बहुव्रीहि समास
D) द्वन्द्व समास

कक्षा-शिक्षण और शिक्षण सामग्री

कक्षा में पाठ पढ़ाने के लिए सबसे आवश्यक सामग्री में श्यामपट, चार्ट और मॉडल्स का योगदान महत्वपूर्ण होता है। श्यामपट का प्रयोग अध्यापक को विषय को स्पष्ट और दृश्यात्मक रूप में प्रस्तुत करने में मदद करता है। रेडियो और ग्रामोफोन जैसी सामग्री श्रव्य होती हैं, लेकिन दृश्यात्मक प्रभाव प्रदान नहीं कर पाती।

लेखन और प्रतिलेख

लेखन शिक्षा में प्रतिलेख का तात्पर्य है किसी पुस्तक या स्रोत को देखकर लिखना। यह अभ्यास छात्रों के लेखन कौशल, सही वर्तनी और ध्यान केंद्रित करने की क्षमता को बढ़ाता है। केवल बोलने और लिखने का अभ्यास पर्याप्त नहीं है; पढ़ाई और देख कर लिखने की प्रक्रिया छात्रों को अधिक सटीक बनाती है।

छन्दोबद्धता और पद्य

संस्कृत में छन्दोबद्धता का प्रयोग पद्य पाठों में किया जाता है। छन्द विद्यार्थियों को सही मात्रा, लय और उच्चारण सीखने में सहायता करता है। गद्य, नाटक और कहानियों में छन्द का महत्व नहीं होता, इसलिए उसका अभ्यास मुख्यतः पद्य पाठों में ही होता है।

उच्चारण और वर्ण

सही उच्चारण संस्कृत में बहुत जरूरी है। उदाहरण स्वरूप, 'क' वर्ण का उच्चारण कण्ठ से होता है, जबकि 'त' वर्ग के वर्ण का उच्चारण दन्त से होता है। अशुद्ध वाचन के कारणों में उच्चारण अभ्यास की कमी, वर्ण ध्वनियों का ज्ञान न होना और प्रयत्न-लाघव शामिल हैं।

व्याकरण और धातु

संस्कृत व्याकरण में धातु और लकार की सही पहचान आवश्यक है। जैसे 'गम्' धातु का लोट्लकार प्रथमपुरुष एकवचन में रूप है 'गच्छतु'। भविष्यकाल के लिए लृट्लकार का प्रयोग किया जाता है। पितृ शब्द का तृतीया एकवचन रूप है 'पित्रा', और 'बिभ्यति' शब्द में मूल धातु भी है तथा लकार लट्लकार।

समास और सन्धि

संस्कृत में सन्धि और समास की समझ परीक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। उदाहरण के लिए, 'पावकः' का सन्धि विच्छेद 'पौ + अकः' है। 'भूतबलिः' पद तत्पुरुष समास का उदाहरण है। ऐसे प्रश्न छात्रों की सटीक व्याकरण और शब्द संरचना की समझ को परखते हैं।

निष्कर्ष

UPTET की तैयारी के लिए पिछले वर्षों के प्रश्नों का अभ्यास सबसे प्रभावी तरीका है। यह न केवल छात्रों की व्याकरण और शब्दावली की समझ को बढ़ाता है, बल्कि परीक्षा में आत्मविश्वास भी प्रदान करता है। संस्कृत क्विज का निरंतर अभ्यास अभ्यर्थियों को सटीक उत्तर चुनने की क्षमता और परीक्षा की रणनीति सीखने में मदद करता है।

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