UPTET Paper 1 Mock Test 2 – हिन्दी (Hindi) Quiz: UPTET (उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा) के हिन्दी भाषा खंड में अभ्यर्थियों की भाषा दक्षता, व्याकरणिक समझ, और शिक्षण दृष्टिकोण का मूल्यांकन किया जाता है। यह खंड प्राथमिक स्तर (Paper 1) के सभी उम्मीदवारों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसमें न केवल भाषा ज्ञान बल्कि भाषा शिक्षण की पद्धतियों से जुड़े प्रश्न भी पूछे जाते हैं। इस क्विज़ के माध्यम से आप अपनी तैयारी को सही दिशा में ले जा सकते हैं।
इस UPTET Paper 1 Mock Test 2 – हिन्दी (Hindi) Quiz में पिछले वर्षों के महत्वपूर्ण प्रश्नों और मुख्य अवधारणाओं को शामिल किया गया है, जो परीक्षा में बार-बार पूछे जाते हैं। यह क्विज़ आपकी व्याकरणिक समझ, अपठित गद्यांश पर पकड़, भाषाई कौशल, तथा शिक्षण-अधिगम दृष्टिकोण की गहराई को परखने में सहायक सिद्ध होगा।
नियमित अभ्यास से आप हिन्दी खंड में बेहतर सटीकता, गति, और आत्मविश्वास प्राप्त कर सकते हैं, जिससे आप UPTET परीक्षा में उच्च अंक प्राप्त कर सकें।

UPTET Paper 1 Mock Test 2 – हिन्दी (Hindi) Quiz
Explanation:
पदार्थवाचक संज्ञा के 2 भेद हैं समूहवाचक,द्रव्यवाचक
Key Points
| पदार्थवाचक संज्ञा | जिस शब्द से नाप तौल वाली वस्तुओ का बोध हो उसे हम गीन नहीं सकते बस नाप टोल कर सकते है। | कोयला ,तेल घी,सोना चांदी |
| समूहवाचक | जिस शब्द से व्यक्ति अथवा वस्तु के समूह का बोध हो उसे समूहवाच संज्ञा कहते है। | सेना सभा गुच्छ कुञ्ज पुस्तके |
| द्रव्यवाचक | जो शब्द किसी धातु या द्रव्य का बोध करते है उसे द्रव्यवाचक संज्ञा कहते है। | कोयला ,तेल घी,सोना चांदी लोहा |
आँखें पथरा जाना-
I. सतत मूल्यांकन - सत्र केअंत में अंतिम ग्रेड
II. व्यापक मूल्यांकन - मूल्यांकन की नियमितता
Explanation: वाक्य: "राजा सेवक को कम्बल देता है।"
रेखांकित पद: "सेवक को"
यहाँ कम्बल वह वस्तु है जो दी जा रही है (कर्म),
और "सेवक को" वह है जिसके लिए / जिसे कम्बल दिया जा रहा है → यानी जिसके प्रति क्रिया का सम्प्रदान हो रहा है।
ऐसे पद को सम्प्रदान कारक कहते हैं।
सही उत्तर: 3) सम्प्रदान कारक
Comprehension: (Que No. 24 - 25)
निर्देश : निम्नलिखित पद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए ।
मैत्री की राह बताने को,
सबको सन्मार्ग पर लाने को,
दुर्योधन को समझाने को,
भीषण विध्वंस बचाने को,
भगवान हस्तिनापुर आए,
पाण्डवों का सन्देश लाए।
'दो न्याय अगर तो आधा दो
पर इसमें भी यदि बाधा हो,
तो दे दो केवल पाँच ग्राम,
रखों अपनी धरती तमाम।
हम वहीं खुशी से खाएँगे,
परिजन पर असि न उठाएँगे।'
Comprehension: (Que No. 29 - 30)
नीचे दिये गए गद्यांश को पढ़कर पूछे गये प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
हिन्दी के सूफ़ी काव्य-परंपरा के श्रेष्ठ कवि मलिक मुहम्मद हैं। ये अमेठी के निकट जायस के रहने वाले थे, इसलिए इन्हें जायसी कहा जाता है। पं. रामचंद्र शुक्ल ने लिखा है कि जायसी अपने समय के सिद्ध फकीरों में गिने जाते थे। अमेठी के राजघराने में इनका बहुत मान था। इनकी तीन रचनाएँ उपलब्ध हैं- अखरावट, आखिरी कलाम और पद्मावत। कहते हैं कि एक नवोपलब्ध काव्य 'कन्हावत' भी इनकी रचना है, किन्तु कन्हावत का पाठ प्रामाणिक नहीं लगता। आखिरी कलाम में कयामत का वर्णन है। कवि के यश का आधार है पद्मावत।