यह क्विज हिंदी भाषा की गहन समझ विकसित करने में सहायक है, विशेषकर उन टॉपिक्स पर जहां विद्यार्थी अक्सर गलती कर देते हैं — जैसे भाषा कौशल, शिक्षाशास्त्र आधारित भाषा प्रश्न, व्याकरणिक नियम, भाषाई त्रुटि विश्लेषण आदि। पिछले वर्ष पूछे गए प्रश्नों को हल करने से उम्मीदवार समय प्रबंधन और प्रश्न चयन की रणनीति को भी बेहतर बना पाते हैं, जिससे परीक्षा में उच्च स्कोर प्राप्त करने की संभावना बढ़ जाती है।
Question 1: लेखन के विभिन्न चरणों से गुजरकर लेखन अधिगम क्या कहलाता है? — CTET Paper 2 (15 Dec, 2024)
1) विश्लेषणात्मक लेखन
2) रचनात्मक लेखन
3) लेखन का प्रक्रिया उपागम
4) लेखन का उत्पाद उपागम
Question 2: शिक्षार्थी के सम्प्रेषण कौशलों का आकलन करने के लिए सर्वाधिक रूप से उपयुक्त आकलन गतिविधि कौन-सी होगी? — CTET Paper 2 (15 Dec, 2024)
1) किसी श्रव्य साम्रगी का श्रवण और मौखिक रूप से इस पर प्रतिक्रिया देना
2) किसी दी गई स्थिति में वक्तव्य लेखन
3) चित्र पुस्तक से किसी दृश्य का वर्णन करना
4) रोल प्ले में किसी भूमिका का निर्वाह करना
Question 3: चोम्स्की के अनुसार, मनुष्य के पास भाषा-विकास हेतु _______ है। — CTET Paper 2 (15 Dec, 2024)
1) बोधात्मक सेट
2) टेलीग्राफ़िक तत्परता
3) अधिगम सेट
4) जैवकीय व्यवस्था
Question 4: विद्यालयी शिक्षा की शुरुआती अवस्था में बहुभाषिक उपागम का प्रयोग करने से किसके नकारात्मक परिणामों का सामना करने में सहायता मिल सकती है? — CTET Paper 2 (15 Dec, 2024)
1) किसी की स्वयं की भाषा की क्षति
2) कमजोर सम्प्रेषण कौशल
3) विद्यालय से ड्रॉपआउट
4) अधिगम अशक्तता
Question 5: कक्षा में नया पाठ शुरू करने से पहले आप अपने शिक्षार्थियों को किसी मजेदार ऊर्जादायक गतिविधि में संलग्न करते हैं। आप ऐसा किसलिए करते हैं? — CTET Paper 2 (15 Dec, 2024)
1) पाठ शुरू करने से पहले कक्षा में अनुशासन बनाए रखने के लिए
2) शिक्षार्थियों का ध्यान दूसरी ओर करने के लिए
3) शिक्षार्थियों को कक्षा के लिए प्रोत्साहित व तैयार करने के लिए
4) अपने कार्यभार को कम करने के लिए
Question 6: रचनावाद एक अधिगम सिद्धांत के रूप में किसमें विश्वास करता है? — CTET Paper 2 (15 Dec, 2024)
1) अधिगम पूरी तरह से एक मनोवैज्ञानिक धारणा है
2) अधिगम सामाजिक रूप से होता है।
3) अधिगम वैयक्तिक विशेषता है
4) सभी शिक्षार्थी भाषा नहीं सीख सकते हैं
Question 7: कई बार कुछ लोग एक ही वाक्य में विभिन्न भाषाओं का प्रयोग करते हैं। यह किसका उदाहरण है? — CTET Paper 2 (15 Dec, 2024)
1) सामाजिक भाषिक
2) बोलियाँ
3) कोड-अंतरण (कोड-स्विचिंग)
4) कोड-मिश्रण (कोड-मिक्सिंग)
Question 8: कुछ विद्यार्थी भाषा के अनूठे उच्चारण संबंधी नियम के कारण बोलने में आत्मविश्वास की कमी महसूस करते हैं। इस समस्या को दूर करने का क्या समाधान हो सकता है? — CTET Paper 2 (15 Dec, 2024)
1) ऐसी खेल आधारित गतिविधियों का क्रियान्वयन करना, जिनसे कक्षा में मौखिक अन्तःक्रिया को अवसर मिले
2) विद्यार्थियों की गलती को तुरंत ठीक करना
3) बच्चों को कक्षा में पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना
4) काउन्सलर की मदद से विशेष वाक् थेरेपी करवाना
Question 9: उपन्यास पढ़ना किसका उदाहरण है? — CTET Paper 2 (15 Dec, 2024)
1) बारीकी से पठन (स्कैनिंग)
2) सरसरी तौर पर पठन (स्किमिंग)
3) विस्तृत पठन (एक्सटेंसिव रीडिंग)
4) गहन पठन (इंटेंसिव रीडिंग)
Question 10: किसी निबंध में उद्धरण (कोटेशन) लिखने का मूल उद्देश्य क्या होगा? — CTET Paper 2 (15 Dec, 2024)
1) दूसरे के दृष्टिकोण को प्रस्तुत करना
2) विशिष्ट आँकड़ों का विश्लेषण करना
3) निबंध का भाव सुनिश्चित करना
4) किसी जटिल मुद्दे की व्याख्या करना
Question 11: एक अध्यापिका कक्षा आठ के शिक्षार्थियों को एक आलेख देती हैं जिसका स्तर उनके भाषा स्तर से कुछ अधिक है। शिक्षार्थी को इस पाठ्य सामग्री के साथ बहुत से कार्य करने हैं। इसे किस रूप में जाना जाएगा? — CTET Paper 2 (15 Dec, 2024)
1) पठन बोधगम्यता
2) बोधगम्य निवेश
3) अधिगम परिकल्पना
4) अबोधगम्य निवेश
Question 12: व्याकरण का शिक्षण मुख्यतः किसमें सुधार लाने के लिए उपयोगी है? — CTET Paper 2 (15 Dec, 2024)
1) साक्षरता
2) संख्या बोध
3) प्रवाह
4) सटीकता
Question 13: व्याकरण शिक्षण का उद्देश्य विद्यार्थियों को सम्प्रेषण करने में समर्थ बनाना है। निम्नलिखित में से कौन-सा इस उद्देश्य से मेल नहीं खाता है? — CTET Paper 2 (15 Dec, 2024)
1) विद्यार्थियों की निपुणता केवल उन्हीं पहलुओं पर होनी चाहिए, जो तात्कालिक सम्प्रेषण कार्य के लिए प्रासंगिक हैं
2) त्रुटियों में सुधार करना सदैव अध्यापकों का ही पहला उत्तदायित्व नहीं होता है।
3) विद्यार्थियों का प्रत्येक व्याकरणिक बिन्दु के प्रत्येक पहलू पर नियंत्रण होना चाहिए।
4) विद्यार्थियों को इस प्रकार के प्रत्यक्ष निर्देशों की आवश्यकता है, जिनके माध्यम से व्याकरणिक बिन्दु बृहत्तर सम्प्रेषण संदर्भों से जुड़ सकें।
Question 14: पठन में 'अर्थगत् संकेत (सीमेंटिक क्यू)' इस तरह के अवबोधक है जो — CTET Paper 2 (15 Dec, 2024)
1) अर्थ-ग्रहण की प्रक्रिया में सहायता करते हैं।
2) व्याकरणिक नियमों की पहचान करने में सहायता करते हैं।
3) शब्दों को डिकोड करने में सहायता करते हैं।
4) शब्दों का सही उच्चारण करने में सहायता करते हैं।
Question 15: भाषा शिक्षण-अधिगम का कौन-सा उपागम इस तथ्य में विश्वास करता है कि 'भाषा एक आदत है'? — CTET Paper 2 (15 Dec, 2024)
1) प्राकृतिक उपागम
2) श्रव्य-भाषावाद
3) सम्प्रेषणात्मक भाषा शिक्षण
4) सहयोगात्मक भाषा अधिगम
Comprehension: (Que No. 16 - 23)
निर्देश : नीचे दिए गए गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के सबसे उपयुक्त उत्तरवाले विकल्प को चुनिए :
मेरे मन में एक ऐसे दिन की कल्पना है जब प्राथमिक विद्यालय में पढ़ाने वाले हर अध्यापक से अपेक्षा की जाएगी कि कम-से-कम तीस पारम्परिक कहानियों पर उसका अधिकार हो । अधिकार से आशय है कि कहानी याद हो और आत्मविश्वास के साथ सुना सके। पारम्परिक कहानियों के स्रोत हैं पंचतंत्र, जातक, महाभारत, गुलिस्ताँ, लोक कथाएँ आदि। कहानियाँ अच्छी तरह से सुनने की क्षमता का विकास करती है। अनुमान लगाने का मौका देती हैं। कहानियाँ शब्दों को अर्थ देती हैं। शब्द ऐसी सामाजिक संपत्ति हैं, जिनका प्रयोग हम दूसरों से अपने अनुभव बाँटने के लिए करते हैं। कहानी को नाटकीय ढंग से बोला जा सकता है। इशारों, मुद्राओं का प्रयोग किया जा सकता है। कहानी के प्रत्येक पात्र को अभिनीत भी किया जा सकता है।
Question 16: प्राथमिक विद्यालय के अध्यापक से किस तरह की अपेक्षा की गई है? — CTET Paper 2 (15 Dec, 2024)
1) पारम्परिक कहानियाँ पढ़ने और सुनने की
2) समसामयिक कहानियाँ लिखने-सुनाने की
3) पारम्परिक कहानियाँ यादकर सुनाने की
4) समसामयिक कहानियाँ पढ़कर सुनाने की
Question 17: शिक्षक का पारम्परिक कहानियों पर अधिकार होने से क्या आशय है? — CTET Paper 2 (15 Dec, 2024)
1) कहानी पर आधारित चित्र बनाए जा सकें
2) कहानी यादकर सुनायी जा सके
3) कहानी के पात्रों का अभिनय किया जा सके
4) कहानी को पढ़कर सुनाया जा सके
Question 18: पारम्परिक कहानियों का स्रोत है। — CTET Paper 2 (15 Dec, 2024)
1) पाठ्यपुस्तकें
2) पत्रिकाएँ
3) समाचार-पत्र
4) पंचतंत्र
Question 19: कहानियों का कौन-सा महत्त्व गद्यांश में प्रतिपादित नहीं हुआ है। — CTET Paper 2 (15 Dec, 2024)
1) कल्पनाशीलता प्रकट करना
2) श्रवण क्षमता का विकास करना
3) अनुमान लगाने के अवसर देना
4) शब्दों को अर्थ देना
Question 20: शब्द सामाजिक सम्पत्ति हैं, क्योंकि — CTET Paper 2 (15 Dec, 2024)
1) शब्द शब्दकोश से पढ़कर सीखे जाते हैं।
2) हम दूसरों के अनुसार शब्दों का प्रयोग करते हैं
3) शब्दों द्वारा हम दूसरों से अपने अनुभव बाँटते हैं।
4) हम दूसरों से तरह-तरह के शब्द सुनकर सीखते हैं
Question 21: 'विद्यालय' का संधि-विच्छेद है — CTET Paper 2 (15 Dec, 2024)
1) विद्या + आलय
2) विद्या + लय
3) विद्य + अलय
4) विद्या + अलय
Question 22: 'पारम्परिक' में प्रयुक्त प्रत्यय का सही विकल्प चुनिए । — CTET Paper 2 (15 Dec, 2024)
1) ईक
2) क
3) रिक
4) इक
Question 23: 'प्रत्येक' का संधि-विच्छेद है — CTET Paper 2 (15 Dec, 2024)
1) प्रती + एक
2) प्रति + एक
3) प्रत्य + एक
4) प्रत्ये + क
Comprehension: (Que No. 24 - 30)
निर्देश : नीचे दिए गए गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के सबसे उपयुक्त उत्तरवाले विकल्प को चुनिए :
व्यंग्य निरंतरता की माँग करता है और निरंतरता में नवीन की उपस्थिति का आग्रह स्वयं मौजूद हो जाता है। लेकिन निरंतरता का एक खतरा यह है कि व्यंग्यकार खुद को दोहराने लगते हैं। जो भाषा उनकी पृथक् पहचान और चमक बना रही होती थी वह कमजोरी हो जाती है। ज्यादा लेखन का बोझ विशेषकर व्यंग्य में दोहराव की दरिद्रता लाता है। प्रायः व्यंग्यकार भाषा के खेल में उलझ जाते हैं पर सशक्त व्यंग्य के लिए उन्हें भाषा को शक्ति बनाना होगा। समर्थ और समृद्ध भाषा के साथ-साथ व्यंग्य की गरिमा की रक्षा भी करना एक बड़ी बात है, वरना प्रायः व्यंग्यकार भाषा को रचना-दक्षता मानकर, कारक परिस्थितियों को छोड़कर सामान्य चीजों और स्थितियों की खिल्ली उड़ाना शुरू कर देते हैं।
Question 24: 'व्यंग्य निरंतरता की माँग करता है' का आशय है — CTET Paper 2 (15 Dec, 2024)
1) प्रत्येक रचना में नवीनता का पुट होना चाहिए
2) हर रचनाकार को अपनी रचना में व्यंग्य का समावेशन करना चाहिए
3) लेखन सतत रूप से चलते रहना चाहिए
4) आगामी रचना में पूर्व में लिखे गए का उल्लेख होना चाहिए
Question 25: गद्यांश में निरंतरता के किस खतरे की बात उठाई गई है? — CTET Paper 2 (15 Dec, 2024)
1) व्यंग्य के पाठक बहुत कम हो गए हैं।
2) व्यंग्य के सराहना बोध की क्षमता खत्म होती जा रही है
3) व्यंग्यकार एक साथ अनेक रचनाएँ लिखने लगते है
4) पिछली रचनाओं का कलेवर आगामी रचनाओं में झलकने लगा है
Question 26: अधिकाधिक रचनाएँ लिखने का क्या परिणाम होता है? — CTET Paper 2 (15 Dec, 2024)
1) पाठकों को अनेक रचनाएँ एक साथ पढ़ने के लिए मिलती हैं।
2) प्रकाशक के लिए चयन करना कठिन हो जाता है?
3) विषयवस्तु में नवीनता का अभाव दिखाई देता है
4) रचनाकार की ख्याति दूर-दूर तक फैलती है।
Question 27: सशक्त व्यंग्य के लिए सबसे आवश्यक तत्त्व क्या है? — CTET Paper 2 (15 Dec, 2024)
1) अधिक-से-अधिक लिखना
2) व्यंग्यकार की व्यक्तिगत पहचान
3) विषयवस्तु में दोहराव
4) समर्थ व समृद्ध भाषा
Question 28: 'खिल्ली उड़ाना' का भाव है — CTET Paper 2 (15 Dec, 2024)
1) हास-परिहास करना
2) उपहास करना
3) खिलखिलाकर हँसना
4) गौरवगान करना
Question 29: 'पृथक् पहचान', गद्यांश के संदर्भ में रेखांकित शब्द के स्थान पर कौन-सा शब्द उपयुक्त होगा ? — CTET Paper 2 (15 Dec, 2024)
1) विशिष्ट
2) समृद्ध
3) महान
4) मजबूत
Question 30: 'चमक' में कौन-सा प्रत्यय लगाकर सार्थक शब्द बन सकता है? — CTET Paper 2 (15 Dec, 2024)
1) आरी
2) एरा
3) ईला
4) इया