UPTET 19 दिसम्बर 2016 – बाल विकास व अभिज्ञान क्विज भाग 1 | UPTET Previous Year Quiz

बाल विकास और अभिज्ञान पर आधारित प्रश्न बैंक अभ्यर्थियों के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन है। यह क्विज़ विशेष रूप से उन उम्मीदवारों के लिए डिज़ाइन किया गया है जो UPTET परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। बाल विकास और अभिज्ञान का ज्ञान शिक्षक के पेशे में दक्षता और बच्चों के मानसिक और भावनात्मक विकास को समझने में मदद करता है। इस लेख में हम प्रश्नों को सरल भाषा में समझेंगे और सही उत्तरों की व्याख्या करेंगे, जिससे परीक्षा की तैयारी प्रभावी और परिणामोन्मुखी हो सके।

UPTET 19 दिसम्बर 2016 – बाल विकास व अभिज्ञान क्विज भाग 1 प्रश्न बैंक

बाल विकास के सिद्धांत और उनका महत्व

बाल विकास का अध्ययन बच्चों के शारीरिक, मानसिक और सामाजिक विकास के विभिन्न पहलुओं को समझने में मदद करता है। कोहलबर्ग का नैतिक विकास सिद्धांत इसके एक मुख्य उदाहरण के रूप में प्रस्तुत किया जा सकता है। यह सिद्धांत बच्चों में नैतिक निर्णय लेने की क्षमता के विकास को समझने में सहायक है।

साथ ही, पियाजे का संज्ञानात्मक विकास सिद्धांत बच्चों की सोचने, समझने और समस्या सुलझाने की क्षमता के विकास को स्पष्ट करता है। शिक्षक के लिए यह आवश्यक है कि वह बच्चों के मानसिक आयु और उनके सीखने की क्षमताओं को समझे। उदाहरण के लिए, यदि आठ वर्ष के बच्चे की मानसिक आयु दस वर्ष है, तो उसकी बुद्धि-लब्धि 125 होगी।

UPTET 2016 – बाल विकास व अभिज्ञान के प्रमुख प्रश्न

ये सभी प्रश्न पिछले वर्ष के प्रश्न पत्रों से लिए गए हैं।

Question 1: कोहलबर्ग का सिद्धान्त निम्नलिखित में किस विकास से सम्बन्धित है? — UPTET 2016 (19 Dec)
A) भाषा विज्ञान
B) सामाजिक विकास
C) नैतिक विकास
D) शारीरिक विकास
Question 2: 'अभिक्रमायोजित अधिगम' का प्रत्यय किसने दिया था ? — UPTET 2016 (19 Dec)
A) हल
B) थॉर्नडाइक
C) स्किनर
D) वाट्सन
Question 3: व्यावहारिक क्षमताओं में वह सापेक्ष स्थायी परिवर्तन जो कि प्रबलित अभ्यास का परिणाम होता है, उसे क्या कहते हैं? — UPTET 2016 (19 Dec)
A) अधिगम
B) अभिप्रेरणा
C) अभिवृत्ति
D) अभिक्षमता
Question 4: संज्ञान किस 'बुद्धि के सिद्धान्त' का हिस्सा है? — UPTET 2016 (19 Dec)
A) प्रतिदर्श सिद्धान्त
B) समूह कारक सिद्धान्त
C) गिलफोर्ड का सिद्धान्त
D) फ्लूइड तथा क्रिस्टलाइज्ड सिद्धान्त
Question 5: आठ वर्ष के सुधीर की मानसिक आयु (Mental age) दस वर्ष है, उसकी बुद्धि-लब्धि कितनी है? — UPTET 2016 (19 Dec)
A) 80
B) 100
C) 110
D) 125
Question 6: संवेग का कौन-सा सिद्धान्त इस विचार को मानता है कि "संवेगात्मक अनुभव (Emotional experience) संवेगात्मक व्यवहार पर आधारित है"? — UPTET 2016 (19 Dec)
A) जेम्स लैंग सिद्धान्त
B) हाइपोथैलमिक सिद्धान्त
C) सक्रियता सिद्धान्त
D) अभिप्रेरण सिद्धान्त
Question 7: किसी इच्छा या आवश्यकता में रुकावट पड़ने पर उससे उत्पन्न होने वाला सांवेगिक तनाव ………. कहलाता है। — UPTET 2016 (19 Dec)
A) द्वन्द्व
B) कुण्ठा
C) चिन्ता (Anxiety)
D) तनाव (Tension)
Question 8: निम्नलिखित में से कौन-सा सीखने का नियम नहीं है? — UPTET 2016 (19 Dec)
A) तत्परता का नियम
B) तनाव का नियम
C) प्रभाव का नियम
D) अभ्यास का नियम
Question 9: 'पियाजे' मुख्य रूप से किसके अध्ययन के लिए जाने जाते हैं? — UPTET 2016 (19 Dec)
A) भाषा (Language)
B) यौन (Sexual) विकास
C) संज्ञानात्मक विकास
D) सामाजिक विकास
Question 10: जब मानव शरीर के एक भाग को दिए गए प्रशिक्षण का अन्तरण दूसरे भाग में हो जाता है तो इसे कहते हैं- — UPTET 2016 (19 Dec)
A) ऊर्ध्व अन्तरण
B) क्षैतिज अन्तरण
C) द्विपाश्विक अन्तरण
D) इनमें से कोई नहीं
Question 11: दिए हुए प्राप्तांकों के समूह में जो प्राप्तांक बहुधा सबसे अधिक बार आता है, उसे ………. कहते हैं। — UPTET 2016 (19 Dec)
A) बहुलक (Mode)
B) मध्यमान (Mean)
C) मध्याक (Median)
D) मानक विचलन
Question 12: क्रियाप्रसूत अनुकूलन सिद्धान्त का प्रतिपादन ………… ने किया था। — UPTET 2016 (19 Dec)
A) पावलॉव
B) स्किनर
C) थॉर्नडाइक
D) कोहलर
Question 13: 'अल्बर्ट बण्डूरा' निम्नलिखित में से किस सिद्धान्त से सम्बन्धित हैं? — UPTET 2016 (19 Dec)
A) सामाजिक अधिगम सिद्धान्त
B) व्यवहारात्मक सिद्धान्त
C) विकास का संज्ञानात्मक सिद्धान्त
D) विकास का मनोसामाजिक सिद्धान्त
Question 14: मानसिक आयु का प्रत्यय दिया था- — UPTET 2016 (19 Dec)
A) बिने-साइमन ने
B) स्टर्न ने
C) टर्मन ने
D) सिरिल बर्ट ने
Question 15: 'टर्मन' के अनुसार 90-100 बुद्धि-लब्धि का बालक माना जाता है- — UPTET 2016 (19 Dec)
A) मन्द बुद्धि
B) सामान्य बुद्धि
C) श्रेष्ठ बुद्धि
D) क्षीण बुद्धि
Question 16: 'सीखने से सम्बद्ध प्रतिक्रिया सिद्धान्त' में पावलॉव ने प्रयोग किया- — UPTET 2016 (19 Dec)
A) बिल्ली (Cat) पर
B) कुत्ते (Dog) पर
C) बन्दर (Monkey) पर
D) चूहे (Rat) पर
Question 17: सूझ द्वारा सीखने के सिद्धान्त का प्रतिपादन किया- — UPTET 2016 (19 Dec)
A) थॉर्नडाइक
B) कोहलर
C) पावलॉव
D) वुडवर्थ
Question 18: कार्य को आरम्भ करने, जारी रखने और नियमित रखने की प्रक्रिया है- — UPTET 2016 (19 Dec)
A) प्रेरणा
B) संवेदना
C) सीखना
D) प्रत्यक्षीकरण
Question 19: विस्मृति कम करने का उपाय है- — UPTET 2016 (19 Dec)
A) सीखने में कमी
B) सीखने की त्रुटिपूर्ण विधि
C) पाठ की पुनरावृत्ति
D) स्मरण करने में कम ध्यान देना
Question 20: क्रोध व भय (Anger and Fear) प्रकार है- — UPTET 2016 (19 Dec)
A) अभिप्रेरणा
B) संवेग
C) परिकल्पना
D) मूल-प्रवृत्ति
Question 21: दूसरे व्यक्ति के बाह्य व्यवहार की नकल है- — UPTET 2016 (19 Dec)
A) सीखना
B) अनुकरण
C) कल्पना
D) चिन्तन
Question 22: यदि पूर्व ज्ञान व अनुभव नए प्रकार के सीखने में सहायता करते हैं, तो उसे कहते हैं- — UPTET 2016 (19 Dec)
A) नकारात्मक प्रशिक्षण स्थानान्तरण
B) सकारात्मक प्रशिक्षण स्थानान्तरण
C) प्रशिक्षण स्थानान्तरण
D) सीखना
Question 23: सीखी हुई बात को स्मरण रखने या पुनः स्मरण करने की असफलता को कहते हैं- — UPTET 2016 (19 Dec)
A) कल्पना
B) स्मृति
C) विस्मृति
D) ध्यान
Question 24: 'भाटिया बैटरी' का प्रयोग निम्नलिखित में किसके मापन हेतु किया जाता है? — UPTET 2016 (19 Dec)
A) व्यक्तित्व (Personality)
B) रुचि (Interest)
C) बुद्धि
D) अभिक्षमता
Question 25: 'हॉल का सिद्धान्त' निम्नलिखित में से किसकी व्याख्या करता है? — UPTET 2016 (19 Dec)
A) बुद्धि की प्रकृति
B) अधिगम में अभिप्रेरण की भूमिका
C) मूल्यों का विकास
D) किशोरों का मनोविज्ञान
Question 26: मानव व्यक्तित्व के मनो-लैंगिक (Psycho-sexual) विकास को निम्नलिखित में से किसने महत्व दिया था ? — UPTET 2016 (19 Dec)
A) कमेनियस
B) हॉल
C) हॉलिंगवर्थ
D) फ्रॉयड
Question 27: मनोविज्ञान की प्रथम प्रयोगशाला को किसने स्थापित किया था ? — UPTET 2016 (19 Dec)
A) डब्ल्यू. वुण्ट
B) सिग्मण्ड फ्रायड
C) पावलॉव
D) वाट्सन
Question 28: 'गेस्टाल्ट मनोविज्ञान' की आधारशिला किसने रखी थी ? — UPTET 2016 (19 Dec)
A) फ्रान्ज ब्रेन्टानो
B) मैक्स वर्थीमर
C) एडगर रूबिन
D) कर्ट लेविन
Question 29: 'संघनन सिद्धान्त' निम्नलिखित में किससे सम्बन्धित है? — UPTET 2016 (19 Dec)
A) अधिगम (Learning)
B) अभिप्रेरण
C) स्मृति (Memory)
D) सृजनात्मकता
Question 30: क्षेत्र सिद्धान्त निम्नलिखित में किस वर्ग का योगदान है? — UPTET 2016 (19 Dec)
A) व्यवहारविदों का
B) संरचनाविदों का
C) मनोविश्लेषकों का
D) गेस्टाल्टवादियों का

अभिक्षमता और सीखने की प्रक्रियाएँ

बाल विकास और अभिज्ञान में सीखने की प्रक्रियाओं का महत्व अत्यधिक है। सीखने की क्रियाएँ बच्चों में स्थायी परिवर्तन लाने में मदद करती हैं। पावलॉव और स्किनर जैसे मनोवैज्ञानिकों ने सशर्त प्रतिक्रिया और प्रबलित अभ्यास के सिद्धांत दिए, जो सीखने की मूलभूत प्रक्रियाओं को समझने में सहायक हैं।

संज्ञानात्मक विकास के साथ-साथ सामाजिक अधिगम भी महत्वपूर्ण है। अल्बर्ट बंडूरा का सामाजिक अधिगम सिद्धांत यह बताता है कि बच्चे दूसरों के व्यवहार की नकल कर सीखते हैं। यह सिद्धांत शिक्षक को बच्चों के व्यवहार को समझने और सही दिशा देने में मदद करता है।

संवेग और प्रेरणा

संवेग बच्चों के व्यवहार और अधिगम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। जेम्स-लैंग सिद्धांत के अनुसार, संवेगात्मक अनुभव सीधे संवेगात्मक व्यवहार से जुड़ा होता है। उदाहरण स्वरूप, किसी आवश्यकता में बाधा आने पर उत्पन्न तनाव या कुण्ठा बच्चों के निर्णय और क्रियाओं को प्रभावित करता है।

प्रेरणा बच्चों को कार्य आरंभ करने, उसे जारी रखने और नियमित रूप से पूरा करने में मार्गदर्शन देती है। यह शिक्षकों के लिए एक मार्गदर्शक सिद्धांत है, जिससे वे बच्चों को सक्रिय और सीखने के लिए प्रेरित कर सकते हैं।

बुद्धि मापन और मानसिक आयु

बुद्धि का मापन और मानसिक आयु का ज्ञान शिक्षक को बच्चों की सीखने की क्षमता का सही अंदाजा लगाने में मदद करता है। बिने-साइमन और टर्मन जैसे मनोवैज्ञानिकों ने मानसिक आयु और बुद्धि-लब्धि मापन के लिए महत्वपूर्ण उपकरण विकसित किए। उदाहरण के लिए, 90-100 बुद्धि-लब्धि वाले बच्चे को सामान्य बुद्धि वाला माना जाता है।

इसके अलावा, विभिन्न परीक्षण जैसे भाटिया बैटरी बच्चों की बुद्धि, अभिक्षमता और रुचियों के मापन में सहायक होते हैं। शिक्षक इन परीक्षणों का उपयोग बच्चों की क्षमताओं को सही ढंग से समझने और उनके विकास के लिए उपयुक्त रणनीतियाँ अपनाने में कर सकते हैं।

बाल विकास और शिक्षण में लागू सिद्धांत

बाल विकास के सिद्धांत और मनोवैज्ञानिक अनुसंधान शिक्षक को केवल ज्ञान प्रदान नहीं करते, बल्कि बच्चों के सीखने और व्यवहार को सुधारने के लिए व्यावहारिक मार्गदर्शन भी देते हैं। गेस्टाल्ट मनोविज्ञान, संघनन सिद्धांत और क्षेत्र सिद्धांत जैसे सिद्धांत बच्चों की स्मृति, अभिप्रेरणा और सोचने की प्रक्रिया को समझने में मदद करते हैं।

उदाहरण के लिए, स्मृति और विस्मृति के सिद्धांत यह बताते हैं कि बच्चों को क्या और कितनी बार दोहराना चाहिए ताकि सीखने का प्रभाव स्थायी हो। इसी तरह, प्रेरणा और संवेग संबंधी सिद्धांत बच्चों के व्यवहार और अधिगम को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।

निष्कर्ष

बाल विकास और अभिज्ञान पर आधारित प्रश्न बैंक शिक्षक अभ्यर्थियों के लिए न केवल परीक्षा की तैयारी का एक महत्वपूर्ण साधन है, बल्कि बच्चों की सही समझ और शिक्षण की गुणवत्ता को बढ़ाने में भी सहायक है। सही सिद्धांतों और अवधारणाओं का ज्ञान शिक्षक को बच्चों के मानसिक, सामाजिक और संवेगात्मक विकास में मार्गदर्शन करने की क्षमता प्रदान करता है।

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